शिमला (TJP) : हिमाचल प्रदेश में बुधवार रात से शुरू हुआ बारिश का दौर वीरवार को भी जारी है। शिमला, कांगड़ा, सिरमौर, मंडी में झमाझम बारिश हुई है। प्रदेशभर में 99 सड़कों पर आवाजाही बाधित है जबकि 176 बिजली ट्रांसफार्मर ठप हो गए हैं। कालका-शिमला विश्व धरोहर रेलवे ट्रैक पर पट्टामोड़ के समीप पहाड़ी से अचानक भूस्खलन होने से शिवालिक ट्रेन का इंजन टकरा गया। गनीमत रही कि चालक ने इमरजेंसी ब्रेक लगा दी। जिसके बाद ट्रेन मौके पर ही रुक गई। इससे चालक की सूझबूझ से बड़ा हादसा होने से टल गया। बताया जा रहा है कि ट्रेन में करीब 100 यात्री थे जो सभी सुरक्षित हैं। रेलवे कर्मी मौके पर ट्रैक को बहाल करने में जुटे हुए हैं। ट्रेन को वापस धर्मपुर रेलवे स्टेशन ले जाया गया है। इसके बाद आने वाली सभी ट्रेनें अलग-अलग स्टेशन पर रोकी गई हैं। राजधानी शिमला में भारी बारिश के बाद भूस्खलन शुरू हो गया है। शहर के टूटू की बंगाली कॉलोनी में कई मकानों को खतरा पैदा हो गया है। स्थानीय पार्षद रहे विवेक शर्मा के अनुसार कुछ दिन पहले एक मकान के आंगन में बड़ी दरार आ गई थी। देर रात भारी बारिश के चलते मकान का यह हिस्सा ढह गया। इसका मलबा निचली ओर नालागढ़ सड़क पर पहुंच गया है। कॉलोनी में कई और मकानों पर भी भूस्खलन का खतरा मंडरा रहा है। उधर स्थानीय लोगों ने प्रशासन से राहत की मांग की है। गौरतलब है कि पिछले साल भी बंगाली कॉलोनी में भारी पैमाने पर भूस्खलन हुआ था।
चंबा में सलूणी-डलूण मार्ग पर बुधवार रात को बरातियों की कार सड़क से नीचे लुढ़क गई। कार में सवार दो लोगों को गंभीर चोटें लगी हैं। डीएसपी सलूणी मयंक चौधरी ने बताया कि घायलों का सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सलूणी में उपचार जारी है। कुल्लू जिला मुख्यालय से करीब दो किलोमीटर दूर रामशिला शांगरी बाग के समीप वीरवार सुबह सेना के ट्रक ने सड़क किनारे खड़ी कार को टक्कर मार दी। कार में उस समय चालक भी मौजूद था। गनीमत रही कि चालक की जान बच गई। जबकि कार को काफी नुकसान हुआ है। मंडी जिले में कमांद के पास भूस्खलन होने से मंडी-कटौला सड़क मार्ग बंद हो गया है। मंडी-कुल्लू सड़क मार्ग भी सात मील के पास मलबा गिरने से बंद हो गया है। कुल्लू से मनाली का संपर्क पूरी तरह से कट गया है।
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